संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को किया जा रहा नजरबंद
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संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के दिल्ली कूच के ऐलान से मोदी एवं म.प्र.की मोहन सरकार डरी हुई है जिससे पूरे भारत के किसान नेताओं को 13 फरवरी 2024 तक के लिए नजर कैद किया जा रहा है उसी कड़ी में आज जहां म.प्र.सरकार ने भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रदेशाध्यक्ष अनिल यादव को भोपाल में नजर कैद किया गया है
तो वहीं संयुक्त किसान मोर्चा रीवा के संयोजक किसान नेता शिव सिंह,रामतीज सिंह,इंद्रजीत सिंह शंखू ,सोभनाथ,संतकुमार अरुण सहित अन्य किसान नेताओं को नजर कैद किया गया है केंद्र सरकार के वादा खिलाफी के विरुद्ध 13 फरवरी को दिल्ली कूच 16 फरवरी 2024 को भारत बंद का करने के ऐलान बाद से केंद्र एवं राज्य सरकार पूरी तरह से डर गयी सरकार बौखलाहट में किसान नेताओं की गिरफ्तारी कर रही है किसान नेताओं की गिरफ्तारी से किसान डरने वाले नहीं हैं किसान अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करता है करता रहेगा जब तक मोदी सरकार किसानों से किये गये वादे पूरा नहीं करेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसान नेताओं की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण-चोटीवाला

भारतीय किसान यूनियन टिकैत म.प्र.के प्रदेश प्रवक्ता विश्वनाथ पटेल चोटीवाला ने कहा कि किसान नेताओं की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण-है सरकार किसान आंदोलन से इतनी भयभीत हो गयी है कि अब गिरफ्तारी पर आ गई है आने वाले लोक सभा चुनाव में परिणाम भुगतने को तैयार रहे केंद्र एवं राज्य सरकार,मोदी सरकार की नीति एवं नियत को अब किसान अच्छी तरह समझ चुके मोदी सरकार में लोक तंत्र की हत्या की जा रही है जिस तरह देश प्रदेश के किसान नेताओं की गिरफ्तारी कर की जा रही है वह हिटलरशाही का परिचायक है।